
प्रयागराज कुंभ मेले में शाही स्नान से ठंडे पानी नहाने से हार्ड अटैक से मौत, हजारों लोग बिमार!
प्रयागराज कुंभ मेले में शाही स्नान से ठंडे पानी नहाने से हार्ड अटैक से मौत, हजारों लोग बिमार!
राग-द्वेष, तृष्णा, छल कपट अवगुण मैल मन में रखे हुए है उनको छोड़ नही रहे। विचार हमें गलत रास्ते पर ले जाते है पाप करवाते है।पापों को धोने शुद्ध होने महाकुंभ शाही स्नान करने प्रयागराज पहुंचते है,अंधविश्वास मुर्खतापूर्ण है। कुंभ मेले में स्नान करने पहुंचने वालों में संत नेता सहित हार्ड अटैक और हजारों श्रद्धालु सर्दी खांसी जुकाम के शिकार हो गए है। जानकारी के अनुसार 85 वर्षीय संत अर्जुन गिरी ने ठंडे पानी का शाही स्नान करने से हार्ड अटैक होने पर आनन फानन में अस्पताल ले जा रहे की रास्ते में ही मौत हो गई। इसी तरह शाही स्नान करने पहुंचे NCPनेता महेश कोठे ठंडे पानी में नहाने से हार्ड अटैक मौत की घटना हुई। इस तरह चार लोगों की हार्ड अटैक से मौत होने का समाचार है। स्वास्थ्य एक्सपर्टो का मत है कि ठंड के समय ठंडा पानी शरीर के खुन को जमा करता है,ब्लड फ्लो कम हो जाता है, धमनियां सिकुड़ जाती, सकरी हो जाती है। जिससे ब्रेन स्ट्रोक हार्ड अटैक होना संभव है। ठंड से सर्दी खांसी जुकाम की बिमारी ज्यादा होती यह समझना आसान है।ठंडे पानी से नहाने से टेंशन दुर भाग जाती है शरीर एक्टिव होता कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है बकवास है। ठंड के समय शाही स्नान से पाप धुल जाने की भावना से मौत को दावत दिया जाना है।मन चंगा तो कटोती में गंगा है रैयदास की कहावत है कि मन साफ सुथरा रखोगे तो गंगा घर में ही है। बुद्ध कहते हैं कि हमारे विचार हमें अच्छे बुरे कर्म करवाते है। राग-द्वेष तृष्णा छल कपट करना छोड़ दो तो कुंभ में गंगा में डुबकी लगाने जरूरत नही होगी, कुंभ मेला अंधविश्वास पाखंडवाद का अड्डा है जहां मौत को निमंत्रण हम स्वयं दे रहे है।