
अंबेडकर जयंती पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का अनोखा प्रदर्शन
अंबेडकर जयंती पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का अनोखा प्रदर्शन
शोषण और अन्याय के खिलाफ बाबा साहब को सौंपा ज्ञापन

इस मौके पर संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. गोविंद साहू ने कहा कि देश में ऐसा प्रतीत होता है जैसे दो संविधान लागू हों, एक नियमित कर्मचारियों के लिए और दूसरा संविदा कर्मचारियों के लिए। उन्होंने बताया कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को समान कार्य के बावजूद समान वेतन नहीं मिलता और न ही उन्हें बीमा, पेंशन, स्वास्थ्य बीमा जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। जिलाध्यक्ष डॉ. साहू ने यह भी कहा कि संविदा कर्मचारी वर्षभर सरकारी सेवाओं में कार्य करते हैं, फिर भी उन्हें अस्थायी कर्मचारी माना जाता है और उनके भविष्य की कोई सुरक्षा नहीं है। “हम बाबा साहेब की विचारधारा के अनुयायी हैं और उन्हीं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए हमने आज उन्हें ज्ञापन सौंपकर अपनी पीड़ा साझा की है। संघ के महामंत्री ऋषभ जैन ने सरकार की कथनी और करनी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रशासन हर बार आंदोलन की स्थिति में नई संविदा नीति की घोषणा करता है, लेकिन वह कभी धरातल पर लागू नहीं होती। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई कर्मचारी 20 से 25 वर्षों से संविदा के तहत कार्यरत हैं और बिना किसी सामाजिक सुरक्षा के सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जिससे उनके जीवन यापन पर संकट गहरा गया है।
––16 अप्रैल को रैली निकाल कर देंगे ज्ञापन—
भारतीय मजदूर संघ के विभाग प्रमुख विनय डोंगरे ने संविदा प्रथा को “नैसर्गिक न्याय के विपरीत” बताते हुए कहा कि यह प्रणाली कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हनन करती है और इसे जल्द से जल्द समाप्त किया जाना चाहिए। वहीं, संघ के जिलामंत्री पंजाब गायकवाड़ ने आश्वासन दिया कि भारतीय मजदूर संघ संविदा कर्मचारियों की आवाज को हर स्तर पर उठाएगा। उन्होंने आगामी आंदोलनों की जानकारी देते हुए बताया कि 16 अप्रैल को प्रदेश भर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर जिला मुख्यालयों पर भव्य रैली निकालेंगे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बाद भी यदि मांगू को पूर्ण नहीं किया गया तो 22 अप्रैल को प्रदेशभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत होगी, जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित होने की संभावना है। इस अवसर पर दीपक झारिया, योगेंद्र दवंडे, कल्पेश साहू, नीरज बाथरी, प्रहलाद बांसे, बल्लु सोनी, डॉ.चिरोंजीलाल कवड़े, सुरेश गुप्ता सहित अनेक संविदा कर्मचारी उपस्थित हुए।