
भोपाल: मनोज शुक्ला के बयान से मुस्लिम समाज में उबाल,माफी की मांग तेज़
भोपाल: मनोज शुक्ला के बयान से मुस्लिम समाज में उबाल,माफी की मांग तेज़
✍️ _मोहम्मद उवैस रहमानी 9893476893/9424438791
*भोपाल, 18 जून 2025*
कांग्रेस के नरेला विधानसभा से प्रत्याशी रहे *मनोज शुक्ला* का एक हालिया बयान तीव्र विवादों में घिर गया है। हिन्दू एकता मंच के संयोजक *पंडित श्री ॐ मेहता* से बातचीत के दौरान शुक्ला ने कहा, “पंडित जी आप नवाबी दौर से हिंदू समाज के लिए कार्य कर रहे हैं, जब उस दौर में हिंदू बनकर रहना आसान नहीं था।”
इस बयान को मुस्लिम समाज ने अत्यंत *अपमानजनक और इतिहास विरुद्ध बताया है* । बयान के सार्वजनिक होते ही सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक विरोध तेज़ हो गया है। मुस्लिम समाज के वरिष्ठ समाजसेवी *अनवर जिलानी* ने चेतावनी दी है कि अगर मनोज शुक्ला ने *जुमे के दिन भोपाल की जामा मस्जिद* में आकर *माफी नहीं मांगी* , तो उनका “मुंह काला किया जाएगा।”
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता *आसिफ ज़की* ने शुक्ला पर *भारतीय जनता पार्टी (BJP) की भाषा बोलने* का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके परिजन पहले ही बीजेपी में जा चुके हैं और अब वे भी उसी राह पर हैं। ज़की ने कहा कि कांग्रेस को इस तरह की राजनीति करने वालों से तत्काल दूरी बनानी चाहिए।
मुस्लिम समाज के अन्य प्रतिनिधियों ने भी अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है:
*इनाम हुसैन* ने कहा कि अगर कांग्रेस नेता जीतू पटवारी इस मुद्दे पर कार्रवाई नहीं करते, तो पार्टी की छवि और भी खराब होगी।
*शुएब बाबा* ने शुक्ला से बयान वापसी और माफी की मांग की।
*अंसार अहमद* ने कहा, “शुक्ला को तालीम की कमी है, उन्हें भोपाल का इतिहास जानना चाहिए। कांग्रेस को उन्हें तुरंत पार्टी से बाहर निकाल देना चाहिए।”
सामाजिक संगठनों और आम मुस्लिम नागरिकों में भी गहरी नाराज़गी है। कई जगह विरोध-प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर कांग्रेस ने इस मामले में जल्द कदम नहीं उठाया, तो इससे उसे आगामी चुनावों में नुकसान हो सकता है।
फिलहाल *कांग्रेस नेतृत्व* की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन बढ़ते दबाव को देखते हुए यह मामला पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।