
विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी कितनी बेहतर स्थिति में आकलन करने की आवश्यकता ।
विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी कितनी बेहतर स्थिति में आकलन करने की आवश्यकता ।
9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस आदिवासी अधिकारियों को बढ़ावा देने और उनकी सुरक्षा के लिए मनाया जाता है। आदिवासी के कल्याण के लिए बजट की उपयोजना में कई करोड़ो की राशि स्वीकृत होती है जिससे कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन वास्तविकता में कितने आदिवासी लाभान्वित हो रहे है? वास्तविक दृष्टि से परोकारी दिखाई नही देता है। क्योंकि उपयोजना की राशि आदिवासी कल्याण पर इमानदारी से खर्च नही हो रही है अन्य सामान्य कार्यो में खर्च हो रहे है। केन्द्र सरकार द्वारा अनुसूचित जाति कल्याण के लिए उपयोजना बजट की राशि मध्यप्रदेश सरकार ने गौ कल्याण और धार्मिक कार्यों पर उपयोग का मामला प्रकाश में आया है।इस लिए आर्थिक और सामाजिक रुप से आज भी अत्यंत दयनीय और गरीब स्थिति है देख सकते है।आदिवासी डिजिटल भौतिक व्यवस्था से भी अछूते नहीं है भौतिक साधनों से सम्पन्न है। गरीब और मेहनत मजदूरी करने वाले आदिवासी बगैर शिकायत के विश्व आदिवासी दिवस आदिवासी बड़े ही उत्साह से मनाते है एकता की मिशाल देते है। लेकिन राजनैतिक स्थिति शुन्य है राजनीति की समझ यदा-कदा है लेकिन वे भी एक नही है गुटों में बंटे हुए है राजनैतिक भविष्य को लेकर मतलबी राजनैतिक दलों से जुड़े हुए है।आदिवासी बच्चों को गांवों के खराब अभाव स्थिति के स्कूलों में पढ़ने पर मजबूर है आदिवासी गांव के स्कूलों के शिक्षको को शिक्षा की गूणवंता से कोई लेना-देना नहीं होता है। आदिवासी स्कुल शिक्षकों के अभाव में रामभरोसे चल रहे है। आदिवासी के बच्चे साक्षरता तक सिमीत रहते है। आदिवासी के बच्चे प्राथमिक विद्यालय भी ठंग से पढ़ नहीं पाते है। शिक्षा की जागरूकता की कमी प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्तिया होने के बावजूद भी शिक्षा पुरी नही ले पाते है। बहुत कम बच्चे उच्च शिक्षित होते लेकिन आर्थिक कमजोरी कारण सिविल सेवाओं में आरक्षित स्थानों का उपयोग करने में असमर्थ होते है। पारम्परिक पाखंडवाद अंधविश्वासी भगत भुगते के झाड़ फूंक टोटके टाटके कच्ची शराब निकालने सेवन में डुबे रहते है। अशिक्षा की वजह से आर्थिक शारीरिक मानसिक शोषण का शिकार हो। संविधान की अनुच्छेद ५-६ में स्वशासन करने का अधिकार है। लेकिन जल जंगल जमीन के लिए लड़ने के लिए मजबुर है। अधिकारियों की लड़ाई करने पर नक्सलाइट घोषित कर मौत के घाट उतारा जा रहा है।