भेस बदलकर मस्जिदों में चोरी करने वाला निकला हिंदू युवक, भोपाल पुलिस की लापरवाही उजागर

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भेस बदलकर मस्जिदों में चोरी करने वाला निकला हिंदू युवक, भोपाल पुलिस की लापरवाही उजागर

✍️ _रिपोर्ट: मोहम्मद उवैस रहमानी

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भोपाल की शांत और सौहार्दपूर्ण फिजा में उस वक्त सनसनी फैल गई जब मस्जिदों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला शातिर चोर *अरुण* नामक व्यक्ति निकला, जो भेस बदलकर और मुस्लिम जैसा वेश धारण कर मस्जिदों में दाखिल होता था। आरोपी टोपी पहनकर और सिर पर रुमाल रखकर नमाज़ी बन जाता, नमाज़ अदा करता और फिर मौका मिलते ही लोगों के मोबाइल चुरा लेता।

हाल ही में *शाहपुरी की नूर मस्जिद* में हुई चोरी की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में आरोपी साफ तौर पर मस्जिद में टोपी लगाए नजर आ रहा था। चोर की पहचान होते ही कुछ जागरूक युवाओं ने उसे ट्रैक किया और *09 जून 2025 को मस्जिद साजिदा सुल्तान (शाहिद नगर)* में एक बार फिर उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। तुरंत उसे *कोहे-फ़िज़ा थाना* पुलिस को सौंपा गया, लेकिन पुलिस ने बिना उचित पूछताछ के उसे सीधे *हबीबगंज थाना* भेज दिया।

इस बीच पीड़ितों और स्थानीय मुस्लिम युवकों द्वारा जब आरोपी की असली पहचान उजागर की गई कि वह मुस्लिम नहीं बल्कि हिंदू है और अरुण नामक व्यक्ति है, तब भी पुलिस की ओर से कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया। पीड़ितों का आरोप है कि हबीबगंज थाना प्रभारी ने उन्हें धमकाया कि वे शिकायत दर्ज न करें, वरना मोबाइल वापस नहीं मिलेगा।

*चौंकाने वाले खुलासे:*

आरोपी अरुण के पास से कई *मास्टर चाबियाँ,* चोरी किए गए मोबाइल,एक बाइक,और *लगभग 8 केस* की जानकारी सामने आई है।

आरोपी का उद्देश्य केवल चोरी नहीं, बल्कि *मुस्लिम समुदाय को बदनाम करना* और *धार्मिक सौहार्द को चोट पहुँचाना* भी प्रतीत हो रहा है।

*आरोपी पर लग सकती हैं ये धाराएं:*

1. *धारा 380 IPC* – आवासीय स्थान में चोरी

2. *धारा 295A IPC* – धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना

3. *धारा 419 IPC* – झूठी पहचान अपनाकर धोखाधड़ी

4. *धारा 420 IPC* – विश्वासघात और धोखाधड़ी

5. *धारा 153A IPC* – समुदायों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश

6. *धारा 457 IPC* – रात्रि में घर में घुसपैठ और चोरी की तैयारी

7. *धारा 511 IPC* – किसी अपराध की कोशिश

8. आईटी एक्ट (यदि मोबाइल डेटा चोरी या दुरुपयोग हुआ हो)

*जनता की मांग:*

भोपाल पुलिस प्रशासन से यह मांग की जा रही है कि आरोपी *अरुण पर* सख्त से सख्त धाराओं में केस दर्ज कर उसे सलाखों के पीछे भेजा जाए। इसके साथ ही उन पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई हो, जो जानबूझकर लापरवाही कर रहे हैं और मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।

ऐसे तत्व समाज में नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं और धार्मिक स्थलों की पवित्रता को ठेस पहुँचाते हैं। इन पर कठोर कानूनी कार्यवाही आवश्यक है, ताकि भविष्य में कोई ऐसी हिमाकत न कर सके।

 

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