
एस सी एस टी आरक्षण सुप्रीम कोर्ट का फैसला संविधान की मूल भावना के विपरीत है – प्रकाश आम्बेडकर
एस सी एस टी आरक्षण सुप्रीम कोर्ट का फैसला संविधान की मूल भावना के विपरीत है – प्रकाश आम्बेडकर
प्रकाश अंबेडकर ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले की आलोचना की है और कहा है कि यह फैसला संविधान में निहित आरक्षण के अक्षरशः और मूल भावना के खिलाफ है। प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि अगर SC/ST समूहों का कोई भी उप-वर्गीकरण किया जाना है, तो यह संसद द्वारा पारित नियमों के अनुसार किया जाना चाहिए।सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में बाबा साहब अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि यह संविधान की मूल भावना के विपरीत है, क्योंकि आरक्षण जातीय समानता के मूल भाव से दिया गया था न कि आरक्षित जातीयों में भी वर्गीकरण करने के उद्देश्य से। प्रकाश अंबेडकर ने यह भी कहा कि अगर सब कोटा बनाना ही है तो अनारक्षित ( अगड़ी) जातियों में भी इसे लागू किया जाना चाहिए। लेकिन वो यह भूल गए कि मोदी सरकार ने अनारक्षित जातियों के लिए आर्थिक पिछड़ेपन के आधार पर शेष बचे 50 फीसदी में से 10 प्रतिशत आरक्षण दे दिया है।यह भी सब कोटा ही है।