
1अगस्त को आरक्षण कोटे में कोटा क्रीमीलेयरो को आरक्षण से बाहर करने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरुद्ध 21अगस्त को भारत बंद को लेकर बैठक
1अगस्त को आरक्षण कोटे में कोटा क्रीमीलेयरो को आरक्षण से बाहर करने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरुद्ध 21अगस्त को भारत बंद को लेकर बैठक
एससी/एसटी आरक्षण कोटे में कोटा (क्रीमीलेयर) में आने वाले लोगों को राज्य शासन आरक्षण नही दिये जाने का अधिकार सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये जाने के फैसले के विरुद्ध आरक्षण को बचाने को लेकर 21अगस्त 24 को भारत बंद को लेकर अनुसूचित जाति जनजाति बुध्दिजीवि लोगों की बैठक 15 अगस्त को पाथाखेड़ा पंचशील बुद्ध विहार प्रांगण में हुई। बैठक में चर्चा हुई की सुप्रीम कोर्ट का अनुसूचित जाति जनजाति के आरक्षण का फैसला गरीब वंचित पिड़ीत शोषित समाज के विरुद्ध है। आरक्षण कोटे में कोटा (क्रीमीलेयर) वर्गीकरण समाज को बांटने वाला है आपस में लड़वाना वाला है। संवैधानिक अधिकार आरक्षण को खत्म करने का षंड़यंत्र है।6-1 जजो का फैसला संविधान के संवैधानिक मुल्यो के खिलाफ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का क्रीमीलेयर लागू नही होगा मौखिक आश्वासन है लिखित नही है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर संसद में सुप्रीम कोर्ट फैसले के विरुद्ध बील पास संविधानिक आरक्षण को जब का तस रखने की मांग को लेकर 21अगस्त दीन बुद्धवार को आरक्षण बचाओ क्रांति संयुक्त मोर्चा के तहत सुप्रीम कोर्ट फैसले के विरुद्ध धरना प्रदर्शन और राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन दिए जाने का निर्णय लिया गया है। आरक्षण बचाओ क्रांति संयुक्त मोर्चा के धरने प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर एकता और शक्ति का परिचय देने अपने अधिकार के प्रति जागरूक रहने की मांग की है।बैठक में सर्वश्री त्रिलोक लोखंडे, नारायण चौकीकर,मुन्ना लाल कापसे राकेश महाले प्रभु मसत्कर पंजाब वामनकर किरण तायड़े विशाल कड़वे कलिराम पाटिल जितेन्द्र निरापुरे अरविंद भारती रामदास खातरकर अनिल सुर्यवंशी जोज़फ जान दीना चौकीकर बंशीलाल मर्सकोले ढोढया झरबंडे आदि थे।