20 वर्षों से जर्जर खंडहर है पाथाखेड़ा पशु चिकित्सालय

Spread the love

20 वर्षों से जर्जर खंडहर है पाथाखेड़ा पशु चिकित्सालय 

पाथाखेड़ा । क्लिनिक, पशुओं के निदान, देखभाल, और इलाज के लिए बनाया जाता गत सन 1978 में बना पशु चिकित्सालय का भवन इस समय जर्जर खंडहर अवस्था में है । सर्वे आफ होने के बाद भी नहीं बन रहा है नया भवन यहां उल्लेखनीय है कि 36 वार्ड और 50 से ज्यादा ग्राम पंचायत पाथाखेड़ा पशु चिकित्सालय राम भरोसे चल रहा है,लाखों पशुओं पर दो स्टॉप यह कैसा न्याय कैसे ? पाथाखेडा चिकित्सालय की बिल्डिंग 30 साल पहले ही सर्वे ऑफ हो गया है प्रशासन को कैसे नहीं पता कि 30 साल से जर्जर बिल्डिंग में संचालित हो रहा है पशु चिकित्सालय इस पर क्यों नहीं हो रही कोई कार्रवाई यह सोचनीय है।जान हथेली पर रखकर इस जर्जर बिल्डिंग में काम करने को मजबूर कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा यहां के स्टाफ का कहना है कि हमने कई बार मौखिक एवं लेटर के माध्यम से उच्च अधिकारियों को जानकारी दी फिर भी नहीं हुआ कोई भी कार्रवाई स्टाफ की भारी कमी 6 साल पहले 12 लोगों का स्टाफ था और अभी मात्र दो, सेवा दल के जिला उपाध्यक्ष रमजान सिद्दीकी करना है कि हमने 10 वर्षों में कई बार ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को अवगत करवाया लेकिन अभी तक कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया ना जर्जर बिल्डिंग बनी और ना ही स्टॉप आया लाखों पशुओं की जान के साथ कर रहे हैं खिलवाड़ दो स्टाफ इतने बड़े क्षेत्र में कैसे अपना काम कर सकते हैं वह अस्पताल देखें या फिर ग्रामीण क्षेत्र मेरा प्रशासन से आग्रह है कि जल्द से जल्द पशु चिकित्सालय के लिए कोई ठोस कदम उठाए

मेरी पोस्टिंग अभी दो-चार साल पहले हुई है और मुझे घोड़ा डोंगरी सब देखना पड़ता है मैंने कई बार लिखित आवेदन दिया है भवन के लिए भी और स्टाफ के लिए भी (कृति ठाकरे,) प्रभारी पशु चिकित्सालय पाथाखेड़ा।

Previous post स्वीप आइकॉन सारिका घारू ने मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने नव मतदाताओं को किया प्रेरित
Next post मिशन मोड में 70 प्लस आयु के सभी पात्र वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाएं जाए : सीईओ जिला पंचायत श्री अक्षत जैन