होली के दहन में मेला गुबरेल का मेघनाथ मेला सैकड़ों वर्षों से आस्था और विश्वास का संगम

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होली के दहन में मेला

गुबरेल का मेघनाथ मेला सैकड़ों वर्षों से आस्था और विश्वास का संगम

बैतूल। रावणपुत्र मेघनाद आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में आस्था का केंद्र है। होली पर्व से जिले के ग्रामीण अंचलों में मेघनाद मेले का आयोजन किया जाता है। आमला ब्लाक के ग्राम गुबरेल के मेले की जिले में अपनी अलग पहचान है। 14 मार्च आयोजित गुबरेल मेले में जिले भर से लोग आते हैं। गुबरेल का मेघनाथ मेला सैकड़ों वर्षों से आस्था और विश्वास का संगम हैं। आज भी इस मेले में लोगों की आस्था उतनी ही बलवती है। इस मेले में सैलाब उमड़ता है। लोग परंपराओं का निर्वहन करते हुए मेले का आंनद लेते हैं। इस दौरान विशेष पूजा अर्चना की जाती है। ग्राम के पटेल मोनू सिंगारे ने बताया कि विगत 51 वर्षों से गुबरेल में होली दहन के दिन प्रसिद्ध मेघनाथ मेले का शुभारंभ किया जाता है। मेघनाथ मेले में परशराम सिंगारे, कुंवर सिंह सिंगारे, खेमचंद सिंगारे, दुलीचंद सिंगारे, परेश्वर सिंगारे  परिवार द्वारा अखाड़े का आयोजन किया जाता है, जिसे देखने दूर-दूर से ग्रामीण पहुंचते हैं। इसके अलावा मेले में तलवार बाजी, लाठी सहित अन्य पारंपरिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जो आकर्षण का केंद्र रहते हैं
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