मुलताई तहसील के ग्राम कोल्हिया में पांच दिवसीय कोया पुनेम गाथा का शुभारंभ

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मुलताई तहसील के ग्राम कोल्हिया में पांच दिवसीय कोया पुनेम गाथा का शुभारंभ

बैतूल। युवा आदिवासी विकास संगठन कोल्हिया द्वारा ग्राम में  गुरुवार को भव्य कलश यात्रा एवं रैली निकालकर पड़ापेन स्थापना के 9वीं वर्षगांठ पर कोया पुनेम गाथा का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर समस्त ग्रामवासी बड़ी संख्या में रैली में उपस्थित रहे और पूरे उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लिया। आयोजक मनोहर कोराची और राजेश वरकड़े ने बताया कि इस विशेष आयोजन में छिंदवाड़ा के गोंडी धर्माचार्य विलास कुमरे द्वारा कोया पुनेम का वाचन किया जा रहा है। कोया पुनेम गाथा गोंड समाज के धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहलुओं को उजागर करती है, जो समुदाय की पहचान और परंपराओं को संरक्षित रखने में सहायक होती है। 
–कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण—
महाजन गेंदु वरकड़े ने बताया कि इस पांच दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसमें अलंकार ग्रुप आमला के संचालक कैलाश सलामे, बैतूल की सुपरहिट गायिका ममता उइके और सुपरहिट सिंगर शिवम इरपाचे अपने लाइव गानों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।  इसके अलावा, पारंपरिक नृत्य और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति होगी, जिसमें गोंडी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। ग्राम कोल्हिया में हो रहे इस आयोजन से आदिवासी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन को बल मिलेगा। स्थानीय ग्रामीणों और आयोजकों ने इस पहल को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।  
—कोया पुनेम का महत्व—
कोया पुनेम गोंड समाज की धार्मिक आस्था और परंपराओं से जुड़ा एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें प्रकृति पूजा, सामाजिक नियम और समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर का उल्लेख है। यह गाथा समाज को अपनी जड़ों से जोड़े रखने का कार्य करती है।  यह आयोजन गोंड समाज के लोगों के लिए न केवल आध्यात्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी प्रेरणादायक है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु और समाज के गणमान्य लोग भी उपस्थित हैं। ग्राम कोल्हिया में पांच दिवसीय आयोजन को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। पूरे गांव को सजाया गया है और लोग बड़ी श्रद्धा एवं उमंग के साथ आयोजन में शामिल हो रहे हैं।
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