
बैतूल जिले का वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ प्रकाश खातरकर दुःखद निधन, दिवंगत को श्रद्धांजलि।
बैतूल जिले का वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ प्रकाश खातरकर दुःखद निधन, दिवंगत को श्रद्धांजली
बैतूल जिले के मुलताई तहसील ग्राम धाबला (बिरुल बाजार) है गौरव वैज्ञानिक प्रोफेसर विचारक बुद्धिजीवी सामाजिक व्यक्ति डॉ प्रकाश खातरकर का ३दिसम्बर२४ को अपने पेतृक गांव में दुःखत निधन हो गया। काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे नागपुर के अस्पतालो मे इलाज चल रहा था, जानकारी के अनुसार केंसर बिमारी से पिड़ित थे। समाज की बहुत बड़ी छति हुई है। अंतिम संस्कार दिनांक ३/१२/२४ को गांव धाबला बिरुल बाजार के पास ताप्तीघाट में दोपहर ३बजे होने की जानकारी है।दिवंगत डॉ खातरकर जी को श्रद्धांजलि।. खातरकर हैं जिन्होंने 14 महीने अंटार्कटिका में रहकर शोध किया है। उनकी इस उपलब्धि पर मध्यप्रदेश सरकार ने उन्हें प्रदेश के चर्चित चेहरे के अवार्ड से सम्मानित किया है। उनके जीवन और उपलब्धियों पर बनी डाक्यूमेंट्री ‘द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ पोलर मैन’ को दादा साहेब फाल्के के नाम का पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने वर्ष 2009 में अंटार्कटिका के आयनमंडल पर बीयू के ही फिजिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. एके ग्वाल के अंडर में पीएचडी शुरू की थी। उनके सह गाइड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर ट्रेनिंग एंड रिसर्च भोपाल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पीके पुरोहित थे। वर्ष 2012 में पीएचडी पूरी होने के बाद उन्हें 2013 में यह अवार्ड हुई थी। इस बीच उनके 38 रिसर्च पेपर अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हुए है।
दो पेपर उनकी थीसिस में भी लगाए गए हैं। अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित यह सभी शोधपत्र प्लेगरिज्म टेस्ट से गुजरने के बाद ही प्रकाशित हुए थे। ‘आयनोस्पेरिक पैरामीटर्स एंड इट्स इन्वेस्टिगेशन’ नाम से वर्ष 2014 में उनकी एक किताब जर्मनी से प्रकाशित हो चुकी है।