गरीब किसान के बेटे किशोरीलाल धुर्वे को मिली पीएचडी की उपाधि

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गरीब किसान के बेटे किशोरीलाल धुर्वे को मिली पीएचडी की उपाधि

बैतूल। जिले के चिचोली तहसील के ग्राम बन्नूढाना चिरापाटला  के एक किसान के बेटे ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल से पीएचडी की डिग्री हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। किशोरीलाल धुर्वे को बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल की ओर से पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है। यह उपाधि शासकीय नर्मदा महाविद्यालय नर्मदापुरम रिसर्च सेंटर में डॉ.ओएन चौबे के मार्गदर्शन में रसायन शास्त्र मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के विभिन्न क्षेत्रों की उर्वरता पर उर्वरक का प्रभाव पर अध्ययन विषय पर शोध कार्य पूर्ण करने पर दी गई है। यह शोध मध्य प्रदेश के समस्त किसानों के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण शोध साबित होंगा। किशोरीलाल ने अपनी इस सफलता का श्रेय पिता चिक्का सिंग धुर्वे, माता स्व.श्रीमती मटली बाई धुर्वे,पत्नी श्रीमती कविता धुर्वे, बड़े भाई डॉ.निलेश धुर्वे और सह मार्गदर्शक डॉ.एसके दिवाकर, विभागाध्यक्ष डॉ एसके उदयपुरे, डॉ.प्रीति उदयपुरे, डॉ प्रदीप उईके, डॉ जीपी साहू, डॉ.सतीष कास्दे, डॉ.युगल किशोर सरले को दिया है।उल्लेखनीय है कि चिचोली तहसील के बन्नूढाना चिरापाटला निवासी किशोरी लाल के पिता एक किसान हैं, जो खेती बाड़ी कर अपना व अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। किशोरी लाल ने कठिन संघर्ष कर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। किशोरीलाल धुर्वे की इस सफलता पर प्रो.रेणुका ठाकुर, प्रो.प्रियंका रॉय, डॉ.रामसिंह उईके, डॉ.भोलूसिंह मर्सकोले, डॉ.पंचम कवडे, डॉ.सुनील काकोड़िया, डॉ.कमलेश जागरे, राजेश कुमार धुर्वे, डॉ. राजा धुर्वे, जगदीश उईके, दीपक बारस्कर, परिवारजन सहित जिले के आदिवासी संगठनों और सैकड़ो शुभचिंतकों ने बधाई दी है।
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