
नवीन संविदा मानव संसाधन मैनुअल की विसंगतियों को लेकर जिले के कर्मचारी अब आंदोलन की राह पर : विनय डोंगरे
नवीन संविदा मानव संसाधन मैनुअल की विसंगतियों को लेकर जिले के कर्मचारी अब आंदोलन की राह पर : विनय डोंगरे
संविदा कर्मचारियों को आयुष्मान कार्ड का लाभ दिए जाने की मांग
नई पेंशन नीति लागू कर कर्मचारियों को सेवानिवृत्ती के समय ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए

नियमित कर्मचारियों के समान मिले अवकाश की सुविधा—
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. गोविंद साहू ने बताया कि नवीन संविदा मानव संसाधन मैनुअल 2025 में पेंशन एनपीएस का कोई उल्लेख नहीं है, जबकि सामान्य प्रशासन नीति, 22 जुलाई 2023 की कंडिका क्रमांक 8.1 में नई पेंशन नीति का स्पष्ट प्रावधान है। अतः नई पेंशन नीति लागू की जाए एवं सेवानिवृत्ती के समय ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए। नवीन संविदा मानव संसाधन मैनुअल 2025 में स्वास्थ्य बीमा का कोई उल्लेख नहीं है, जबकि सामान्य प्रशासन नीति, 22 जुलाई 2023 की कडिका क्रमांक 10.1 के अनुसार स्वास्थ्य बीमा का स्पष्ट प्रावधान है। अतः स्वास्थ्य बीमा लागू किया जाए एवं आयुष्मान कार्ड का लाभ दिया जाए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा मानव संसाधन मैनुअल 2021 की कडिका क्रमांक 7.4 के अनुसार चिकित्सा अवकाश प्रदान किया जा रहा था, जिसे नवीन संविदा मानव संसाधन मैनुअल 2025 में विलोपित कर दिया गया है। अतः इसे पुर्ववत रखा जाए एवं नियमित कर्मचारियों के समान अवकाश की सुविधा दी जाए।
संविदा नीति के अनुसार अनुकंपा नियुक्ति की मांग
नवीन संविदा मानव संसाधन मैनुअल 2025 में अनुकंपा नियुक्ति केवल विभाग में समकक्ष पद रिक्त होने पर ही देने का उल्लेख किया गया है। अतः यदि स्वास्थ्य विभाग में समकक्ष पद रिक्त ना हो तो जिला कलेक्टर के माध्यम से अन्य विभाग में समकक्ष रिक्त पदों पर अनुकंपा नियुक्ति का प्रावधान किया जाए एवं अनुकंपा नियुक्ति का लाभ संविदा नीति के अनुसार 22 जुलाई 2023 से दिया जाए तथा परिवार को पुर्ववत अनुग्रह राशी का प्रावधान किया जाये। अप्रेजल कार्य आधारित मुल्यांकन पुर्णतः बंद किया जाये क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसे कुप्रथा मानकर बंद करने कि घोषणा कर चुके हैं एवं पुर्व में इसकी आड़ में शारीरिक एवं आर्थिक शोषण हो चुका है। कई जिलो में महिला कर्मचारियों को अपनी अस्मीता तक दाव पर लगानी पड़ी है एवं इससे अधिकारियों को निजी द्वेष निकालने का मौका मिलता है। इसके अलावा नियमित कर्मचारियों की तरह वार्षिक इंक्रीमेंट दिया जायें एवं मूल्य सूचकांक के स्थान पर महंगाई भत्ता अनुसार वेतन वृद्धि का प्रावधान किया जाए। कर्मचारियों को प्रोत्साहन भत्ता, जो कि उनको उत्कृष्ट कार्य के लिये प्रदान किया जा रहा था, जिसे पुनः शुरू किया जाये। इसके अलावा संविदा नीति 2023 लागू होने के पश्चात वेतन निर्धारण में विसंगती होने से कुछ पदों का ग्रेड पे कम हो गया है, जिसमें संशोधन किया जाए।