भोपाल में वक़्फ़ संशोधन बिल के ख़िलाफ़ हज़ारों लोग— सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान गूंज उठा ‘वक़्फ़ की हिफ़ाज़त’ के नारों से।

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भोपाल में वक़्फ़ संशोधन बिल के ख़िलाफ़ हज़ारों लोग— सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान गूंज उठा ‘वक़्फ़ की हिफ़ाज़त’ के नारों से।

मोहम्मद उवैसी रहमानी 893476894

भोपाल 10 अप्रैल वक़्फ़ संशोधन बिल के खिलाफ आज भोपाल का सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान एहतिजाज का गवाह बना, जहां हज़ारों की तादाद में अवाम जमा हुई और पुरअसर तरीके से अपना एहतिजाज दर्ज कराया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील पर यह एहतिजाजी इजलास मुनक्किद किया गया, जिसमें भोपाल की तमाम अहम तंज़ीमों और मजहबी रहनुमाओं ने एकजुट होकर हिस्सा लिया।

इस प्रोग्राम की सरपरस्ती शहर की नामचीन तंजीमों और दीनी रहनुमाओं ने की। एक के बाद एक बोलने वालों ने माइक पर आकर वक़्फ़ संशोधन बिल को मुस्लिम समाज की मिल्कियत और उसूलों पर हमला बताया और इसे पूरी तरह मुस्तरद किया।

 *”वक़्फ़ हमारी अमानत है, इससे छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं!”* 

यह नारा मैदान में गूंजता रहा और हजारों लोगों ने हाथ उठाकर इस बात की ताईद की कि वो वक़्फ़ की हिफाज़त के लिए हर मुकाम पर खड़े रहेंगे।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जिम्मेदारों का कहना था कि यह बिल ना सिर्फ संविधान की रूह के खिलाफ है, बल्कि अल्पसंख्यकों के मजहबी और समाजी हुक़ूक़ पर सीधा हमला है। उन्होंने मुतालबा किया कि सरकार इस बिल को फौरन वापस ले, वरना ये एहतिजाज पूरे मुल्क में फैल सकता है।

यह प्रोग्राम मुकम्मल तौर पर पुरअमन रहा, लेकिन इसकी गूंज ने साफ कर दिया कि वक़्फ़ की मिल्कियतों पर कोई समझौता नहीं होगा। भोपाल ने आज एकजुटता की मिसाल पेश की और मुल्क भर के मुसलमानों को यह पैग़ाम दिया कि अपने हक़ की हिफ़ाज़त के लिए अब खामोश रहना मुमकिन नहीं।

      

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