
अभिषेक वाईकर बने आबकारी उपनिरीक्षक
अभिषेक वाईकर बने आबकारी उपनिरीक्षक

अभिषेक का जन्म पाथाखेड़ा क्षेत्र में हुआ, जहां उनके पिता स्व. श्री हीरालाल वाईकर वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की तवा खदान में वरिष्ठ ओवरमैन के पद पर कार्यरत थे। अभिषेक ने अपनी स्कूली शिक्षा ज्ञानदीप हायर सेकेंडरी स्कूल, पाथाखेड़ा से, स्नातक शासकीय महाविद्यालय भेल, भोपाल से तथा बीएड इंदौर से पूर्ण की। अभिषेक न केवल स्वयं एमपीपीएससी की तैयारी करते रहे, बल्कि उन्होंने इंदौर स्थित कोचिंग संस्थान रक्षा एकेडमी में ऑफलाइन, ऑनलाइन और यूट्यूब के माध्यम से एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को भी मार्गदर्शन दिया। उनके पढ़ाए कई विद्यार्थी आज चयन की दौड़ में हैं और उन्हें एक प्रेरणास्रोत के रूप में मानते हैं। इसके साथ ही वे विभिन्न एनजीओ के साथ मिलकर समाजसेवा के कार्यों जैसे स्लम क्षेत्रों में शिक्षा, पर्यावरण जागरूकता और जरूरतमंदों की सहायता से जुड़े रहे हैं।
—अभिषेक को परिवारजनों ने बधाई—
कोल इंडिया लिमिटेड में सहायक प्रबंधक एचआर के पद पर कार्यरत उनके बड़े भाई राकेश वाईकर ने बताया कि इस सफलता का श्रेय उनके पिता को जाता है, जिन्होंने अभिषेक को हर परिस्थिति में आगे बढ़ने की सीख दी। इस अवसर पर मित्रगण, सामाजिक बंधुओं और परिवारजन विमला वाईकर (माता), देवेंद्र – ललिता वाईकर (चाचा-चाची), समरथ – रामकली अतुलकर (बुआ-फूफा ), शोभा वाईकर, किरण वाईकर , पदमा वाईकर(चाची) राकेश- शीतल वाईकर ( भैया भाभी ), नीलिमा -रॉबिन (दीदी जीजा) समस्त भाई बहन ब्रजेश, प्रशांत, श्वेता, प्रतीक्षा, कविता, स्मिता, दीपिका हिमानी, चयन, द्युतिका, तुषार, नितेश, लोकेंद्र तथा पंचशील बौद्ध विहार पाथाखेड़ा एवं भारतीय बौद्ध महासभा बैतूल के पदाधिकारियों ने बधाई देकर उज्जवल भविष्य की कामना की है।