
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शिक्षण संस्थानों में सुर्य नमस्कार
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शिक्षण संस्थानों में सुर्य नमस्कार !
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर स्कूल के छात्र छात्राओं के साथ विधायक श्रीमती गंगा उईके ने सुर्य नमस्कार किया। इस अवसर पर विधायक ने कहा कि युवाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव श्री रामजीलाल उइके, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र मालवीय सहित अन्य उपस्थित थे।
स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के प्रेरणा स्रोत
विधायक श्रीमती गंगा उइके ने छात्र-छात्राओं को स्वामी विवेकानंद जी पर केंद्रित प्रेरणादायक शैक्षिक संवाद एवं जीवन में शिक्षा के साथ योग के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी भारतीय दर्शन को विश्व पटल पर रखने वाले महानायक है। पूर्व संसदीय सचिव रामजीलाल उईके ने छात्रों को योग जीवन का महत्वपूर्ण अंग एवं स्वस्थ मस्तिष्क में स्वस्थ जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रविंद्रनाथ टैगोर ने कहा कि यदि भारत को जानना चाहते हो तो विवेकानंद जी को जरूर पढ़ें। राजेंद्र मालवीय ने कहा कि योग जीवन में अमूल्य है। योग और प्राणायाम से शरीर स्वस्थ रहता है। कार्यक्रम में सीएम राइज विद्यालय के प्राचार्य श्री विवेक तिवारी ने अपने उद्बोधन में स्वामी विवेकानंद जी के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि स्वामी विवेकानंद प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु एवं युवाओं के शक्तिपुंज है। उन्होंने पूरे विश्व में भारत के धर्म एवं संस्कृति का प्रचार किया। स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्रोत है।
विधायक ने सीएम राइज विद्यालय के छात्रों को कबड्डी मेट देने की घोषणा की
विधायक श्रीमती उइके द्वारा सीएम राइज विद्यालय के छात्रों को कबड्डी मेट देने की घोषणा की। वहीं सत्र 23-24 में हाईस्कूल परीक्षा में मालती धुर्वे द्वारा 90.8 प्रतिशत लाने पर प्रशस्ति पत्र एवं 1001 रुपए नगद इनाम विधायक द्वारा दिया गया। छात्रा शीतल कहार को व्यावसायिक पाठ्यक्रम के अंतर्गत स्टार स्किल एग्जिबिशन राज्य स्तरीय मॉडल प्रतियोगिता में भाग लेकर द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किया गया। सीएम राइज विद्यालय की छात्राओं का कबड्डी प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर चयन होने पर कु. नंदिनी उइके, अंकिता धुर्वे और अनामिका धुर्वे को भी पुरुस्कृत किया गया। सभी पुरस्कृत छात्राओं को समाजसेवी राकेश अरोरा द्वारा लोअर-टीशर्ट देने की घोषणा की गई
सनद रहे कि स्वामी विवेकानंद जी की जन्म जयंती पर 12 जनवरी यूवा दिवस को जिले के समस्त शिक्षण संस्थानों में सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूली छात्रों और नागरिकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। केंद्रीय मंत्री जनजातीय कार्य श्री दुर्गादास उईके के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय कार्यक्रम कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गंज बैतूल में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में विधायक बैतूल श्री हेमंत खंडेलवाल, अपर कलेक्टर श्री राजीव नंदन श्रीवास्तव, एसडीएम श्री राजीव कहार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रविकांत उईके, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल कुशवाहा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्कूली छात्र उपस्थित रहें।
कार्यक्रम में प्रदेश स्तर से प्रसारित स्वामी विवेकानंद जी और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के संदेश का श्रवण किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। योगाचार्य के मार्गदर्शन और प्रसारित संदेशों से उपस्थित अतिथियों और स्कूली बच्चों ने सूर्य नमस्कार और प्राणायाम के तीन-तीन चक्र का अभ्यास किया।
केंद्रीय मंत्री श्री उईके ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर आज प्रदेश भर में सूर्य नमस्कार के माध्यम से हमारी सनातन परंपराओं और ऋषि मुनियों द्वारा प्रदत्त अनुदान वरदान को पुनर्जीवित और पुन स्मरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान कालखंड विशिष्ट है। इस प्रजनन काल में जो भी हम सोचते हैं और करते हैं वह निश्चित ही फलीभूत होता है। सूर्य नमस्कार हमारी आत्मा और चेतना का ध्रुव केंद्र है। भगवान सूर्य नारायण के प्रभाव से ही हमारी काया में ओजस्विता, हमारे विचारों में मनास्विता और विचारो में वर्चस्विता यह तीन प्रकार की उपलब्धियां हमे प्राप्त होती हैं। हमारे समस्त कार्य और गतिविधियां भगवान सूर्य की कृपा से ही संपादित होती है।
ऐसा व्यक्ति जिसका शरीर,मन और भावनाएं पूरी तरह स्थूल, पावन,निर्मल और करुणमय हो उसे ही स्वस्थ व्यक्ति माना जाता है। ऐसे व्यक्ति का निर्माण ही आज के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हैं। सूर्य नमस्कार से हमारा भौतिक शरीर ,मन मस्तिष्क और विचार मजबूत और पुष्ट होते हैं। जिन व्यक्तियों में ये तीन गुण विद्यमान रहें , उन्होंने इतिहास बदला हैं। महान लीडर, चिंतक और दार्शनिक हुए हैं। सूर्य नमस्कार के माध्यम से हमारे सूक्ष्म केंद्र जागृत होते हैं। प्रतिदिन यौगिक क्रियाओं के माध्यम दिव्यताएं प्राप्त कर सकतें। लघु से विराट व्यक्ति, सामान्य से असामान्य व्यक्ति बनने की प्रक्रिया है सूर्य नमस्कार। स्वामी विवेकानंद जी ने हमें दिव्य वेदांत दर्शन के माध्यम से चेतना का नवीन स्वरूप प्रदान किया है। सभी विद्यार्थी और नागरिक स्वामी विवेकानंद जी की प्रेरणाओं का अनुशीलन कर अपने जीवन नई दिशा दें। सूर्य नमस्कार के अभ्यास के पश्चात स्कूली बच्चों को स्वल्पाहार का वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया गया