ट्रंप प्रशासन का अप्रवासियों को अमेरिका से निकालने का एक और आदेश पारित

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ट्रंप प्रशासन का अप्रवासियों को अमेरिका से निकालने का एक और आदेश पारित 

जानकारी होती है कि अवैध प्रवासियों के खिलाफ ट्रंप प्रशासन के सख्त रुख के चलते अमेरिका से निकालने का एक और आदेश पारित हुआ है। अब तक रिकॉर्ड संख्या में अवैध प्रवासियों को अमेरिका से निकाला जा चुका है. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि बाइडेन सरकार द्वारा शुरू किया गया पैरोल कार्यक्रम कानूनी सीमाओं से परे था, और इसी कारण जनवरी 2025 में एक कार्यकारी आदेश जारी कर इसे समाप्त करने का फैसला किया गया। जानकारी होती है कि अमेरिका ने क्यूबा, हैनी, निकारागुआ और वेनेजुएला के 532000 लोगों की कानुनी सुरक्षा के तहत फैसला लिया है। चर्चा कि यह फैसला अमेरिकी सरकार की कड़ी अप्रवासी नीतियों की ओर इशारा करता है, जो विशेष रूप से उन देशों से आए प्रवासियों को प्रभावित करता है, जिनके साथ अमेरिका के राजनयिक और राजनीतिक संबंध तनावपूर्ण हैं। भारत से लोग कहां-कहां गैर-कानूनी रूप से जाते हैं, यह कहना मुश्किल है, लेकिन माना यही जाता है कि वे अमेरिका, यूरोप, कनाडा और मध्य-पूर्व (पश्चिम एशिया) जाना ज्यादा पसंद करते हैं. पिछले साल ही मार्च में यह खबर आई थी कि वर्ष 2023 में 1,000 से अधिक भारतीयों ने गैर-कानूनी रूप से ब्रिटेन की सीमा में घुसने के लिए जीवन तक को दांव पर लगा दिया था और छोटी-छोटी नौकाओं के सहारे इंग्लिश चैनल पार करने की कोशिश की थी. ऐसा उन्होंने नौकरी पाने और बेहतर जीवन की तलाश में की थी. आंकड़े बताते हैं कि साल 2023 में ब्रिटेन में शरण मांगने वाले भारतीयों की संख्या 5000 से ज्यादा हो चुकी थी. ये संकेत हैं कि विदेश जाने के लिए भारतीय हर मुश्किल झेलने को तैयार जान पड़ते हैं, क्योंकि उनको लगता है कि बेहतर जीवन वहीं मिल सकता है.

हालांकि, गैर-कानूनी रूप से विदेश जाने वालों का शोषण भी खूब होता है.

अमेरिका नागरिकता पर ट्रंप के आदेश का भारतीयो पर असर होगा। ट्रंप समय समय पर अमेरिका आने वाले अप्रवासियों के लिए कड़े विचार जाहिर करते है। ऐसे में जन्म से मिलने वाली नागरिकता की परिभाषा बदलने का वहां रह रहे भारतीय समेत अन्य देशों के लोगों पर प्रभाव पड़ सकता है।

 

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