
26 जून छत्रपति शाहूजी महाराज को 150 वी जयंती अभिवादन श्रद्धांजलि। समाजिक बुराईयां संदेशों और ठोस पहल से बदलता है।
26 जून छत्रपति शाहूजी महाराज को 150 वी जयंती अभिवादन श्रद्धांजलि।
समाजिक बुराईयां संदेशों और ठोस पहल से बदलता है।
कोल्हापुर महाराष्ट्र के महाराजा छत्रपति शाहूजी महाराज जी का जन्म 26 जून 1874 को और मृत्यु 10 मई 1922 में हुआ है। शाहूजी महाराज महाप्रतापी शिवाजी महाराज के वंशज है। शाहूजी महाराज ने सन् 1902 में अपने राज्य में आरक्षण लागू कर क्रांतिकारी कदम उठाया था। सरकारी नौकरीयो में पिछड़ों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया था। सन् 1922 दलित छात्रों के लिए होस्टल निर्माण की शिलान्यास किया था। दलित गंगाराम कांबले की चाय दुकान से शाहूजी महाराज चाय पीते सामाजिक अपवित्रता की धारणा को चुनौती देते थे।उनका मानना था कि समाज आदेशों से नही बल्कि संदेशो और ठोस पहल से बदलता है। शाहूजी महाराज दलित की दुकान पर खुद चाय पीते और अपने उच्च जाति के अपने कर्मचारियों को भी चाय पिलवाते थे।26 जून छत्रपति शाहूजी महाराज को 150 वी जयंती अभिवादन श्रद्धांजलि।
समाजिक बुराईयां संदेशों और ठोस पहल से बदलता है।
कोल्हापुर महाराष्ट्र के महाराजा छत्रपति शाहूजी महाराज जी का जन्म 26 जून 1874 को और मृत्यु 10 मई 1922 में हुआ है। शाहूजी महाराज महाप्रतापी शिवाजी महाराज के वंशज है। शाहूजी महाराज ने सन् 1902 में अपने राज्य में आरक्षण लागू कर क्रांतिकारी कदम उठाया था। सरकारी नौकरीयो में पिछड़ों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया था। सन् 1922 दलित छात्रों के लिए होस्टल निर्माण की शिलान्यास किया था। दलित गंगाराम कांबले की चाय दुकान से शाहूजी महाराज चाय पीते सामाजिक अपवित्रता की धारणा को चुनौती देते थे।उनका मानना था कि समाज आदेशों से नही बल्कि संदेशो और ठोस पहल से बदलता है। शाहूजी महाराज दलित की दुकान पर खुद चाय पीते और अपने उच्च जाति के अपने कर्मचारियों को भी चाय पिलवाते थे।