*भरोसा पुस्तकालय सह वाचनालय सिरमौर में राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले की मनाई गई जयन्ती, नववर्ष मिलन समारोह आयोजित*

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*भरोसा पुस्तकालय सह वाचनालय सिरमौर में राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले की मनाई गई जयन्ती, नववर्ष मिलन समारोह आयोजित*

सिरमौर। राष्ट्रमाता प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयन्ती   एवं नववर्ष मिलन समारोह सिरमौर के भरोसा सेवा समिति के कार्यालय पुस्तकालय सह वाचनालय मे आयोजित हुआ, कार्यक्रम मे मुख्य अतिथियों के रूप मे सुखलाल प्रजापति प्रधानाध्यापक, शिक्षिका ऊषा कुशवाहा, पूनम कुशवाहा, पार्षद बृजलाल कुशवाहा, वरिष्ठ अधिवक्ता आर एस वर्मा, सिद्धार्थ विद्यालय व्यवस्थापक मुन्नीलाल वर्मा, पूर्व सरपंच उमरी रामबहोर कुशवाहा मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वार्ड क्र. छ: की पार्षद गीता लक्ष्मण कुशवाहा ने की। कार्यक्रम की शुरुआत संचालन कर रही प्रतिभा वर्मा ने अतिथियों के द्वारा ज्योतिबा फुले सावित्री बाई फुले जी के चित्र पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्ज्वलित कर के की। दीप प्रज्वलन के पश्चात भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया, तथा नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। स्वागत गीत प्रस्तुत करने के बाद मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद की नवांकुर संस्था भरोसा सेवा समिति के अध्यक्ष व खैरहन सरपंच रजनीश कुशवाहा ने जयंती समारोह की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए अतिथियों का स्वागत किया । कार्यक्रम में अथिति के रूप मे बोलते हुये एड. आर एस वर्मा ने संवैधानिक जागरुकता की बात करते हुये,  कहा कि वर्तमान परिदृश्य बहुत ही चुनौतीपूर्ण और चिन्तन योग्य है, उन्होंने सावित्री बाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बाबा साहेब अम्बेडकर द्वारा संविधान के माध्यम से नागरिकों को सबसे बड़ी ताकत देने की बात कही, उन्होंने संस्था संचालक को भारतीय संविधान की प्रति भेट की। वही सुखलाल प्रजापति  ने सावित्री बाई फुले के संघर्षों को स्मरण करते हुये अपने आने वाली पीढियों के एक बेहतर भविष्य देने की बात कही। बी.एल.कुशवाहा पार्षद नगर परिषद बैकुंठपुर ने सावित्री बाई फूले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा  एवं समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने उनके द्वारा किए गए अतुलनीय कार्य का महिमा मंडन किया, नारीशक्ति  की शिक्षा की देवी बताया जिनके पग चिह्नों में चल कर समाज आज शिक्षा प्राप्त कर रहा है।  सिद्धार्थ स्कूल के व्यावस्थापक मुन्नीलाल वर्मा ने कार्यक्रम के लिए आयोजकों को शुभकामना देते हुए  महापुरुषों की बातों को जीवन मे उतारने की बात कहीं। वही अनुपम अनूप ने सावित्री बाई फुले के द्वारा महिला शिक्षा व महिला अधिकारों के लिये किये गये संघर्ष को समग्र हित का बताते हुये महापुरुषों के जीवन को समाज के सभी वर्गों को अंगीकार करने और स्वयं से शुरुआत करने की बात कही। सुखलाल प्रजापति ने शिक्षा को ही सबसे बड़ा शस्त्र बताया। शिक्षक विजय पाल कुशवाहा ने भरोसा सेवा समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए महापुरुषो को स्मरण किया। पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष कमलेश कुशवाहा जी ने उपस्थित लोगों को नववर्ष की बधाई देते हुये, सवित्रीबाई फुले के जीवन के संघर्ष को याद किया। तुलसीदास कुशवाहा ने सामाजिक राजनैतिक आर्थिक नेतृत्व की आवश्यकता की बात करते हुये, सावित्री बाई फुले के समाजहित मे किये गये कार्यों के बारे में चर्चा की। लक्ष्मण कुशवाहा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही सिरमौर पार्षद वार्ड नं 6 गीता लक्ष्मण कुशवाहा जी ने किसी भी शुरुआत को स्वयं से, खुद के परिवार से करने की बात कही। कार्यक्रम के अंत मे आभार प्रदर्शन करते हुए ज्योतिबा फुले विद्यालय के प्राचार्य सुखलाल कुशवाहा ने सावित्री ज्योतिबा फुले के जीवन पर चर्चा की। कार्यक्रम का सफल संचालन वरिष्ठ समाजसेवी प्रतिभा वर्मा व अनुपम अनूप द्वारा किया गया। कार्यक्रम मे छात्राओं द्वारा सावित्री बाई के जीवन से जुड़ा नृत्य प्रस्तुत किया तथा अदिति कुशवाहा ने अपनी प्यारी कविता से श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम के अंत में समाजिक सहभोज अयोजित किया गया जिसमे उपस्थिति नागरिकों एवं बच्चों को खिचड़ी खिलाकर समाजिक एकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मोहनलाल कुशवाहा, कमलेश बुनकर, जमुना यादव, दिनेश साहू, शंकर कुशवाहा, राजभान कुशवाहा, राम सरोज कुशवाहा, राम सनेही वर्मा, शुभकरण कुशवाहा, हीरालाल कुशवाहा, सहित समाज के कई वरिष्ठजन, मातृशक्तियां तथा नौनिहाल बच्चे शमिल हुए शामिल हुये।

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