
*वार्डों में जलसंकट के कारण टैंकरों से होता था जल सप्लाई, अब जलावर्धन योजना के बाद हर घर में भरपूर पानी, सतत सप्लाई के कारण शहर से दूर हुआ जलसंकट*
*वार्डों में जलसंकट के कारण टैंकरों से होता था जल सप्लाई, अब जलावर्धन योजना के बाद हर घर में भरपूर पानी, सतत सप्लाई के कारण शहर से दूर हुआ जलसंकट*
हर घर तक पानी पहुंचाने की योजना पर लगातार हो रहा काम, नगर पालिका सर्वे कर हर वार्ड में पहुंचा रही स्वच्छ पानी।_
सारनी। करीब डेढ़ साल पहले की बात है पाथाखेड़ा का सुभाष नगर, सुबह से लोग नगर पालिका के टैंकर आने की राह तकते थे। हर परिवार को पानी भरने में दोपहर हो जाया करती थी। कई परिवारों को पूरा पानी भी नहीं मिल पाता था। कमोबेश यही हालत सारनी नगर के अन्य वार्डों की भी थी। इसके बाद शासन ने सारनी क्षेत्र में जलावर्धन योजना शुरू की। वर्तमान में सुभाष नगर ही नहीं पाथाखेड़ा, शोभापुर और सारनी के करीब सभी हिस्सों में भरपूर पेयजल मिलने लगा। हर घर तक पाइप लाइन पहुंच गई। जरूरत के मुताबिक पानी मिलने लगा।
सारनी नगर पालिका क्षेत्र में पेयजल सप्लाई के कोई ज्यादा साधन नहीं होने के कारण नगर पालिका मजबूरी में हर साल टैंकरों के माध्यम से पेयजल परिवहन कर लोगों तक पानी पहुंचाती थी। इतना ही नहीं नगर पालिका को किराए के टैंकर लेकर पानी लोगोंतक पहुंचाना पड़ता था। इसमें लाखों का खर्च भी होता था और लोगों को भरपूर पानी भी नहीं मिल पाता था। इसके बाद नगर पालिका क्षेत्र में तकरीबन 101 करोड़ की जलावर्धन योजना प्रारंभ की गई। नगर के सभी 36 वार्डों में पाइप लाइन का समग्र नेटवर्क के बल पर घर-घर पानी पहुंचाने में नगर पालिका सफल रही है। वार्ड 1 में रहने वाले ओमप्रकाश सिंह बताते हैं कि पहले नगर पालिका के नलों में कम फोर्स में पानी आता था। अब जलावर्धन के नलों से बेहतर फोर्स के साथ पूरा पानी मिलता है। पाथाखेड़ा के वार्ड 20 में रहने वाले रोशन मोहबे बताते हैं कि वार्ड में डब्ल्यूसीएल की पाइप लाइन से पानी नहीं मिलता था, पूर्व में नगर पालिका के टैंकर आते थे। टैंकर ही एक मात्र साधन था, लेकिन जलावर्धन योजना की पाइप लाइन बिछने के बाद से अब पानी संकट खत्म हो गया है। लोगों को साफ और शुद्ध पानी मिलने लगा। ये दो वार्ड ही नहीं बल्कि सभी 36 वार्डों में जलावर्धन योजना का बड़ा नेटवर्क फैल गया। गौरतलब है कि नगर पालिका क्षेत्र में दो वर्ष पूर्व तक पेयजल संकट चरम पर हुआ करता था, लेकिन परिषद की दूरदर्शिता, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी. के. मेश्राम के कुशल मार्गदर्शन में पूरी टीम ने शहर की आवश्यकता अनुसार सर्वे करवाकर जलावर्धन योजना की संविदा कंपनी से बेहतर प्रबंधन के साथ काम कराया। नतीजा यह रहा कि आज शहर पेयजल संकट मुक्त हो गया है। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी और डब्ल्यूसीएल की कॉलोनियों में भी अब जलावर्धन योजना का साफ पानी पहुंच गया है। पावर जरेटिंग कंपनी के फायर विभाग में कार्यरत अजय डांगी ने बताया कि पावर जनरेटिंग कंपनी की सप्लाई से बेहतर पानी जलावर्धन योजना का मिल रहा है। इससे प्लांट परिवार काफी खुश है। पूर्व में आर.ओ. सिस्टम से पानी फिल्टर करना होता था, लेकिन जलावर्धन की सप्लाई से स्वच्छ और शुद्ध पानी मिल रहा है। बागडोना में जहां हर साल ट्यूबवेल सुख जाते थे अब वहां हर घर तक जलावर्धन का पानी मिल रहा है।
*लक्ष्य के करीब हो चुके हैं नल कनेक्शन :*
नगर पालिका क्षेत्र सारनी में 16500 कनेक्शनों के लक्ष्य के विरूद्ध अभी तक तकरीबन 13500 नल कनेक्शन हो चुके हैं। इस पर सतत काम चल रहा हैं जहां पानी कम आ रहा है वहां सप्लाई को सुधारा जा रहा है। नगर पालिका सारनी की मॉनीटरिंग में मे. लक्ष्मी इंजीनियरिंग प्रा.लि. कंपनी इस पर सतत काम कर रही है।