
ईवीएम मशीन के खिलाफ याचिका सुनवाई नये पेनल से सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस डी वाय चंद्रचूड़ बाहर, 2024 का लोकसभा चुनाव ईवीएम मशीन से ही होगा?
ईवीएम मशीन मामले की सुनवाई करने वाली नया बेच पेनल से सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस डी वाय चंद्रचूड़ बाहर 2024 का लोकसभा चुनाव ईवीएम मशीन से ही होगा?
लोकसभा चुनाव का समय नजदीक है और ईवीएम मशीन के खिलाफ आन्दोलन जोर पकड़ा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट में ईवीएम मशीन खिलाफ याचिका लगी हुई है। सोशल मीडिया से खबर आ रही है कि ईवीएम मशीन खिलाफ याचिका की सुनवाई करने वाली नये पेनल से सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस डी वाय चंद्रचूड़ बाहर हो गए हैं, दुर्भाग्यपूर्ण इस लिए कि ईवीएम मशीन खिलाफ याचिका मामले में सुनवाई लोकतंत्र हित में न्यायपूर्ण केवल चीफ जस्टिस डी वाय चंद्रचूड़ ही कर सकते है। ईवीएम मशीन खिलाफ याचिका सुनवाई वाले पेनल में जस्टिस खान और बेला त्रिवेदी के अधीनस्थ के गया हुआ है। चर्चा है कि जस्टिस खान और बेला त्रिवेदी मोदी समर्थक सरकारी जस्टिस है, बेला त्रिवेदी गुजरात में मोदी सरकार की प्रमुख सचिव रह चुकी है, गुजरात हाईकोर्ट से सीधे पदोन्नति होकर सुप्रीम कोर्ट में महिला जस्टिस बनाई गई है गोधरा काण्ड की पीड़ित बिलकन बानो ने मामले सुनवाई में अलग कर लिया था। ईवीएम मशीन मामले से संबंधित लाखों डुप्लिकेट वोट कैसे बनायें गये चुनाव आयुक्त से कड़ा सवाल करते हुए सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस डी वाय चंद्रचूड़ जवाब मांगा है और ईवीएम मशीन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले ने सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस डी वाय चंद्रचूड़ पर न्यायपूर्ण भरोसा अब भी है। याचिका सुनवाई वाले पेनल से सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस डी वाय चंद्रचूड़ बाहर होने से इंकार किया है। ईवीएम मशीन खिलाफ याचिका पर सुनवाई करने वाले नये पेनल में सीजेआई डीवाय चंद्रचूड़ का रहना अनिवार्य बताया है। यदि ऐसा होता है तो जस्टिस खान और बेला त्रिवेदी से अपेक्षा सुनवाई ओर से करवाने की अपील की जा सकती है।अटकलें लगाई जा रही है कि ईवीएम मशीन खिलाफ याचिका मामले सुनवाई एक तो नहीं होगा सुनवाई टल जायेगी सुनवाई ईवीएम के पक्ष में आ सकता है।