नागपुर बैरिस्टर राजाभाउ खोबरागड़े हाल सामाजिक न्याय और बराबरी के लिए संघर्ष करने वाली ताकतों से एकजुट होने और मनुवादी फ़ासीवाद को उखाड़ फेंकने,संविधान, धर्मनिरपेक्षता, आरक्षण और लोकतंत्र की रक्षा के लिए फ़ासीवादी भाजपा/आरएसएस को परास्त करने का जनता से किया गया आह्वान! में अखिल भारतीय फासीवाद विरोधी जन अधिवेशन

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नागपुर बैरिस्टर राजाभाउ खोबरागड़े हाल में अखिल भारतीय फासीवाद विरोधी जन अधिवेशन

सामाजिक न्याय और बराबरी के लिए संघर्ष करने वाली ताकतों से एकजुट होने और मनुवादी फ़ासीवाद को उखाड़ फेंकने,संविधान, धर्मनिरपेक्षता, आरक्षण और लोकतंत्र की रक्षा के लिए फ़ासीवादी भाजपा/आरएसएस को परास्त करने का जनता से किया गया आह्वान!

बैरिस्टर राजाभाऊ खोबरागड़े हॉल नागपुर, महाराष्ट्र में आयोजित अखिल भारतीय फासीवाद विरोधी जन अधिवेशन   का उद्घाटन भाकपा (माले) रेड स्टार के महासचिव कॉमरेड पी जे जेम्स ने किया अध्यक्षता कॉमरेड आर मानसैय्या, महासचिव, ट्रेड यूनियन सेंटर ऑफ इंडिया (TUCI) ने की।स्वागत भाषण आयोजन समिति के अध्यक्ष एडवोकेट अनिल काले ने किया। अन्य विशिष्ट वक्ताओं में कॉमरेड उपेंद्र रेड्डी( पोलित ब्यूरो सदस्य, एम सी पी आई), कॉमरेड जी. झांसी भाकपा (मा-ले) न्यू डेमोक्रेसी, साथी तुहिन (संयोजक,जाति उन्मूलन आंदोलन CAM), साथी उर्मिला (अध्यक्ष, अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन AIRWO ), साथी प्रमिला (संयोजक, बस्ती सुरक्षा मंच ), कॉमरेड अनु ( स्टूडेंट्स फॉर पीपुल्स डेमोक्रेसी), कॉमरेड प्रसाद राव (संयोजक,जन संघर्ष मोर्चा छत्तीसगढ़), कॉमरेड लखन सुबोध (अध्यक्ष, जाति उन्मूलन आंदोलन छत्तीसगढ़ तथा अध्यक्ष गुरु घासीदास सेवादार संघ), साथी शंकर ( केंद्रीय कमिटी सदस्य,TUCI), साथी इंद्र भेटाल (कोषाध्यक्ष, अखिल भारतीय  नेपाली एकता समाज),  प्रोफेसर जावेद शेख, कॉमरेड सौरा (पोलित ब्यूरो सदस्य, भाकपा (मा-ले) रेड स्टार, कॉमरेड अमीर अली ( TUCI ), कॉमरेड रंगनाथन ( AIKKS), कॉमरेड सैदालू, तेलंगाना राज्य सचिव एवं कॉमरेड विजय कुमार राज्य सचिव भाकपा (मा-ले) रेड स्टार मध्य प्रदेश शामिल हुए। इसके अलावा  विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक दलों द्वारा क्रांतिकारी सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।जन अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए कॉमरेड पी जे जेम्स ने अपने मुख्य भाषण में जोर देकर कहा कि दुनिया के सबसे बड़े और पुराने फासीवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने अपने राजनीतिक हथियार भाजपा के माध्यम से भारत में एक फासीवादी शासन स्थापित कर लिया है। यदि इसको परास्त नहीं किया गया, तो आगामी लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता देश के सबसे बड़े खतरे का सामना करेगी। यदि फिर से भाजपा/आरएसएस सत्तासीन हुए तो परिणाम ब्राम्हणवादी हिंदू राष्ट्र का औपचारिक गठन होगा और अमानवीय मनुस्मृति संविधान की जगह लेगी। यह एक ऐसी सरकार होगी जो एक तरफ अम्बानी- अडानी जैसे सबसे महाभ्रष्ट कर्जदार कॉरपोरेट घरानों की निर्लज्ज सेवा करेगी तो वहीं मजदूर वर्ग, दलित, शोषित, आदिवासी, महिलाओं, अन्य पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों पर अभूतपूर्व दमन और अत्याचार होगा और उन्हें अमानवीय स्थिति में धकेला जाएगा। इसलिए फ़ासीवाद विरोधी लोकतांत्रिक ताकतों के सामने तात्कालिक कार्यभार है कि भाजपा/आरएसएस विरोधी वोटों को बांटे बिना आगामी चुनाव में भाजपा को परास्त करें। अधिवेशन की अध्यक्षता कर रहे कॉमरेड मानसैय्या ने कहा कि झूठे राष्ट्रवाद, मनुवादी हिन्दूराष्ट्र, विश्व गुरु और राम राज्य की चाशनी के पीछे तमाम लोकतांत्रिक अधिकारों, अभिव्यक्ति की आजादी, मानवाधिकार, आरक्षण के अधिकार, धर्मनिरपेक्षता, समता, बराबरी के मूल्यों और संविधान को नष्ट करने की साजिश रची जा रही है। आज कारपोरेट पूँजी और मनुवादी विचारों के गठजोड़ से बना सबसे अधिक प्रतिक्रियाशील/ दमनकारी मौजूदा शासक वर्ग तमाम जनवादी मूल्यों-नियमों, अधिकारों का मुखौटा उतार कर सरेआम तानाशाही का नंगा नाच कर रहा है। आरएसएस/भाजपा के कॉरपोरेट धन्नासेठों के लिए बनाए जा रहे फ़ासीवादी हिंदुराष्ट्र से देश की तमाम शोषित- उत्पीड़ित मेहनतकश जनता कराह रही है।अन्य सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि आजादी के आंदोलन से हासिल राष्ट्रीय मूल्य खत्म होने के कगार पर हैं। देश की आम जनता उन काले अंग्रेजों के राज में जी रही है, जिनका पूरा इतिहास ब्रिटिश साम्राज्यवाद की दलाली का रहा है। ऐसे दमघोंटू अंधकारमय परिस्थिति में आइए हम सब मिलकर धार्मिक उन्माद, कट्टरता, नफ़रत और विभाजन के खिलाफ खिलाफ एक बेहतर भविष्य के लिए, लोकतंत्र, अमन, संविधान, आरक्षण और धर्मनिरपेक्षता के लिए आवाज उठाएं। जन अधिवेशन में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, ओडिशा और आंध्र प्रदेश से प्रतिनिधि साथी उपस्थित थे।

 

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